प्रेम कएल जाई य की भ जाई य ?
कएल जाई य त ओ कियै नहिं केलेथि ?
जौं भ जाई य त हुनका कियै नहिं भेलेनि ?
की हमर प्रेम सच छल की झूठ ?
जौं सच छल त हुनका कियैक नहिं मलाल भेल ?
जौं झूठ छल त हमर कियैक एहेन हाल भेल ?
डर छल जमाना क की हुनका प्रेम नहिं छल ?
जमाना सॅ डर छल ई उचित नहिं ?
निश्छल प्रेम के ठुकरा देलेथि अनुचित नहिं ?
दोख किनका दई छी एको बेर नहिं सोचलहुँ ?
दिल म रहि के दिल के नहिं बुझलहुँ ?
हमरा लागेति अछि आशिक अहाँ पागल छी
एना जुनि कहू मीत सौं बिछुड़ल अभागल छी
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