सधुवा मनुखक जीवन भगेल बेहाल कदम कदम पर जाल बुनैत छै लोक
अप्पन ख़ुशी में ओतेक ख़ुशी कहाँ होए छै जतेक आनक दुःख में ख़ुशी होए छै लोक
अप्पन दुःख में ओतेक दुखी कहाँ होए छै जतेक आनक ख़ुशी में दुखी होए छै लोक
अप्पन चिंतन मनन कियो नहि करेय आनक कुचिष्टा में जीवन बिताबै छै लोक
विचित्र श्रृष्टिक विचित्र पात्र छै सब लोक "प्रभात" के किएक कुदृष्टि सं देखै छै लोक .....................वर्ण:-१६ ................ रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट
गीत:- सजना सजना यौ हमर सजना सुनु सुनु ने कने हमर कहना //२ सजनी सजनी ऐ हमर सजनी मुखड़ा // कहू कहू ने जे किछु अछि कहना //२
सजना सजना यौ हमर सजना सुनु सुनु ने कने हमर कहना ह्रिदय में हमर अहिं बास करैतछि हमर मोनक सभटा आस पुरबैछि हमर नयनक अहिं तारा छि सजना हमर जीवनक अहिं सहारा छि सजना //२ सजनी सजनी ऐ हमर सजनी कहू कहू ने जे किछु अछि कहना कहू ने कहू हम सभटा जनैतछि अहाँक प्रेम पाबी हम हर्षित रहैतछि अहाँ हमरा मोन में हुलास बढ़बैतछि अप्पन प्रेम नै टुटत इ बिस्वास हम दैतछि//२
सजना सजना यौ हमर सजना सुनु सुनु ने कने हमर कहना जन्म जन्म के हम छि पियासल अहिं सं जीवनक उत्कर्ष अछि बाँचल अहींक नाम सं खनकैय हमर कंगना हमर दिल में अहिं धरकै छि सजना//२
सजनी सजनी ऐ हमर सजनी कहू कहू ने जे किछु अछि कहना जन्म जन्म तक हम रहब अहींक संग संग अहींक प्रीत सं भरल अछि हमर मोनउपवन अहाँक प्रीतक डोर सं बान्हल रहब रजनी जीव नै सकब हम अहाँ बिनु सजनी //२
कहलक एक दिन फोन पर हमरा हमर छोटका भाई यौ,
किया भागय छी दिल्ली पंजाब गामो में अछि में पाई यौ।
सौ दिनक रोजगार त भाईजी सरकारों आब दिया लागल,
रोजी रोटी आ बिजनेस लेल लोन सेहो भेटे लागल।
हेयो मनरेगा में सेहो भाईजी हुए लागल आय यौ,
किया खटय छी दिल्ली पंजाब गामो में अछि पाय यौ।
छोटकी काकी मास्टरनी भए करय लागल नौकरी यौ,
गिरहथबा बनि क देखू पोसियाँ लए लेलक बकरी यौ।
सत् कहय छी भाईजी अहाँक भए गेल ढेर उपाय यौ,
किया खटय छी दिल्ली पंजाब गामो में अछि पाय यौ।
भौजी रहय ये सदिखन कानैत, माजी रहैत बीमार ये,
कनकिरबा के सेहो हरदम तबियत रहैत ख़राब ये।
बाबु के भोकरी ये जेना, बिन बछरा के गाय यौ,
किया खटय छी दिल्ली पंजाब गामो में अछि पाय यौ।
गीत
ऐ सजनी कने घुंघटा उठाऊ ने हमर प्राण प्रिया
पूर्णिमा सन अहांक सूरत देखिला फाटेय हिया //२
थर थर कपैय देह मोर धरकैय करेज पिया
यौ पिया कोना घुंघटा उठाऊ धक् धक् धरकैय जिया //२ ...
पहिल प्रेमक पहिल मिलन में एना करैछी किया
ऐ सजनी कने घुंघटा उठाऊ ने हमर प्राण प्रिया
अहि हमर लाजक घुंघटा उठा दिय ने पिया
नजैर कोना हम मिलाऊ धक् धक् धरकैय जिया //२
एकटा बात पुछू पिया कहू साँच साँच कहब तं
हमरा विनु कोना रहब अहाँ जौं हम नै रहब तं
धनि जे बजलौं फेर नै बाजब कहू हाँ कहब तं
अहाँ विनु जिब नै सकब हम जौं अहाँ नै रहब तं //२
संग छुटतै नै अप्पन टुटतै नै पिरितिया
खा कS कहैछी सजना हम इ किरिया
छोड़ी देब दुनिया हम तोड़ी देब जग के रीत
छोड़ब नै अहांक संग सजनी तोड़ब नै प्रीत //२
छोड़ी देब दुनिया हम तोड़ी देब जग के रीत
छोड़ब नै अहांक संग सजना तोड़ब नै प्रीत
अहिं सं जगमग करेय हमर जीवन ज्योति
अहिं छि सजनी हमर मोनक हिरामोती //२
रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट
आइ बीसम नव दिल्ली विश्व पुस्तक मेला २०१२क उद्घाटन कपिल सिब्बल, केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री, भारत सरकार द्वारा हंसध्वनि ओपेन एयर थियेटर, प्रगति मैदान, नव दिल्लीमे कएल गेल। एकर आयोजक रहैत अछि नेशनल बुक ट्रस्ट, भारत। ई विश्व पुस्तक मेला दू सालमे एक बेर होइत अछि आ ४० साल पहिने १९७२ ई. मे एकर पहिल आयोजन भेल छल। कपिल सिब्बल कहलन्हि जे ओ एकरा सभ साल कएल जएबाक प्रयास करताह। ओ कहलन्हि जे यूनाइटेड किंगडम आ यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिकाक बाद भारत अंग्रेजीमे सभसँ बेसी पोथी छापैत अछि, तकर अतिरिक्त विभिन्न भाषाक लगभग एक लाख पोथी भारतमे सभ साल छपैत अछि। विश्व भरिक १३०० प्रदर्शकक २५०० स्टाल ऐ मेलामे अछि। कार्यक्रमक अध्यक्षता श्री मनोज दास केलन्हि आ श्रीमती मृदुला मुखर्जी सम्माननीय अतिथि रहथि। यूनाइटेड किंगडम आ यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिकाक बाद भारत अंग्रेजीमे सभसँ बेसी पोथी छापैत अछि। तकर अतिरिक्त विभिन्न भाषाक लगभग एक लाख पोथी भारतमे सभ साल छपैत अछि।
भारतीय सिनेमाक सए बर्ख, दिल्लीक राजधानी रूपमे सए बर्ख आ रवीन्द्रनाथ टैगोरक १५०म जयन्ती ई तीनू संयोग ऐ बेर एक्के संग पड़ि रहल अछि।
अहाँ मैथिली कथा संग्रह/ उपन्यास (जगदीश प्रसाद मण्डल/ गजेन्द्र ठाकुर/ सुभाष चन्द्र यादव आदि), कविता/ गजल संग्रह (राजदेव मण्डल, विनीत उत्पल, ज्योति सुनीत चौधरी, कालीकान्त झा बूच, आशीष अनचिन्हार आदि), नाटक (विभा रानी/ नचिकेता/ बेचन ठाकुर/ गजेन्द्र ठाकुर/ जगदीश प्रसाद मण्डल आदि), कॉमिक्स (देवांशु वत्स), सचित्र बाल कथा संग्रह (प्रीति ठाकुर/ गजेन्द्र ठाकुर/ जगदीश प्रसाद मण्डल/ अनमोल झा), विदेह सदेह( १०० सँ ऊपर लेखक), अंग्रेजी-मैथिली शब्दकोश (गजेन्द्र ठाकुर, पञ्जीकार विद्यानन्द झा, नागेन्द्र कुमार झा), मिथिलाक पञ्जी प्रबन्ध (गजेन्द्र ठाकुर, पञ्जीकार विद्यानन्द झा, नागेन्द्र कुमार झा), मैथिलीक पहिल ब्रेल पोथी (सहस्रबाढ़नि, उपन्यास, गजेन्द्र ठाकुर), आ मिथिला/ मैथिलीक इतिहास (राधाकृष्ण चौधरी)..आदि पोथी कीनि सकै छी।
२१म विदेह मैथिली पोथी प्रदर्शनी (अवसर बीसम नव दिल्ली विश्व पुस्तक मेला २०१२, सौजन्य अंतिका प्रकाशन) २५ फरबरी २०१२ सँ ०४ मार्च २०१२,प्रतिदिन भोर ११ बजेसँ ८ बजे राति धरि, स्थान- अंतिका प्रकाशन , स्टाल 80-81, हॉल 11, प्रगति मैदान,२०म विश्व पुस्तक मेला 2012 नव दिल्ली
16.विदेहक १६म मैथिली पोथी प्रदर्शनी १०-११ दिसम्बर २०११ केँ ७५म सगर राति दीप जरएक अवसरपर ,१० दिसम्बर २०११ केँ साँझ ६ बजेसँ शुरू भेल, स्थान-कॉपरेटिव फेडेरेशन हॉल, निकट म्यूजियम, पटनामे शुरू भेल आ ११ दिसम्बर २०११क भोर ८ बजे धरि चलल।
17.१७म विदेह मैथिली पोथी प्रदर्शनी:- २२-२४ दिसम्बर २०११ केँ गुवाहाटीमे। २२-२३ दिसम्बर २०११ केँ प्राग्ज्योतिष आइ.टी.ए. सेन्टर, माछखोवा, गुवाहाटी- ७८१००९ (२२ दिसम्बर २०११ केँ ४ बजे अप्राह्णसँ ९ बजे राति धरि आ २३ दिसम्बर २०११ केँ ११ बजे पूर्वाह्णसँ ३ बजे अपराह्ण धरि आ २३ दिसम्बर २०११ केँ फेर ५ बजे अपराह्णसँ देर राति धरि) आ २४ दिसम्बर २०११ केँ भोरसँ राति धरि स्थान- रूम संख्या २१७, होटल ऋतुराज, माछखोवा, गुवाहाटीमे। अवसर मिथिला सांस्कृतिक समन्वय समितिक आयोजित "अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन" आ "आठम मिथिला रत्न सम्मान समारोह" ( २२ दिसम्बर २०११) आ "विद्यापति स्मृति पर्व समारोह" (२३ दिसम्बर २०११) । १७म विदेह मैथिली पोथी प्रदर्शनी ग्राहकक आग्रहपर एक दिन लेल (२४ दिसम्बर २०११ केँ ) बढ़ाओल गेल।
18..१८म विदेह मैथिली पोथी प्रदर्शनी-तिथि १४ जनवरी २०१२ स्थान- अशर्फीदास साहु समाज महिला इंटर महाविद्यालय परिसर- निर्मली (सुपौल), अवसर- समानांतर साहित्य अकादमी मैथिली साहित्य उत्सव- सह विदेह सम्मान समारोह (समानान्तर साहित्य अकादेमी पुरस्कार)
20.२०म विदेह मैथिली पोथी प्रदर्शनी- जे.एम.एस. कोचिंग सेन्टर , चनौरागंज,झंझारपुर, जिला-मधुबनी, अवसर विदेह नाट्य उत्सव २०१२ दू दिन दिनांक २८.०१.२०१२ आ २९.०१.२०१२
21. २१म विदेह मैथिली पोथी प्रदर्शनी (अवसर बीसम नव दिल्ली विश्व पुस्तक मेला २०१२ जखन भारतीय सिनेमाक सए बर्ख, दिल्लीक राजधानी रूपमे सए बर्ख आ रवीन्द्रनाथ टैगोरक १५०म जयन्ती संगे पड़ि रहल अछि, एकर आयोजक रहैत अछि नेशनल बुक ट्रस्ट, भारत, सौजन्य अंतिका प्रकाशन) २५ फरबरी २०१२ सँ ०४ मार्च २०१२,प्रतिदिन भोर ११ बजेसँ ८ बजे राति धरि, स्थान- अंतिका प्रकाशन , स्टाल 80-81, हॉल 11, प्रगति मैदान,२०म नव दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2012 नव दिल्ली। ई विश्व पुस्तक मेला दू सालमे एक बेर होइत अछि आ ४० साल पहिने १९७२ ई. मे एकर पहिल आयोजन भेल छल।
मैथिली
आ मिथिलासँ संबंधित किछु मुख्य साइट:- आन लिंकक विषयमे सूचना ggajendra@videha.comकेँ ई मेलसँ पठाबी।
भालसरिक गाछ जे सन २००० सँ याहूसिटीजपर छल आ अखनो ५ जुलाइ २००४ सँhttp://www.videha.com/2004/07/bhalsarik-gachh.htmlलिंकपर
अछि, मैथिलीक
पहिल इंटरनेट पत्रिका थिक जकर नाम बादमे १ जनवरी २००८ सँ" विदेह "
पड़लै।पल्लवमिथिला (धीरेन्द्र प्रेमर्षि) २०५९ माघे
संक्रान्ति- २००३ जनवरी मैथिलीक दोसर इंटरनेट पत्रिका अछि जे ऐ
लिंक www.pallavmithila.mainpage.netपर छल मुदा आब ई उपलब्ध नै अछि।
ई टिप्पणी मात्र इतिहास शुद्धता लेल अछि।
http://hellomithila.blogspot.com/(हेलो मिथिला-
धीरेन्द्र प्रेमर्षि, सम्पादक-प्रकाशक, रूपा झा, सम्पादन सहयोग,
पल्लव, मैथिली साहित्यिक, ३ मइ २००६)
http://pallav.blogsome.com/(हेलो मिथिला-
धीरेन्द्र प्रेमर्षि, सम्पादक-प्रकाशक, रूपा झा, सम्पादन सहयोग,
पल्लव, मैथिली साहित्यिक, १७ मइ २००६)
http://www.kfm961.com/(हेल्लो मिथिला कार्यक्रम प्रत्येक शनिकेँ
नेपाली समयानुसार राति ९.३० बजेसँ ११ बजेधरि आ राजनीतिक विषयवस्तुपर
केन्द्रित चौबटिया कार्यक्रम प्रत्येक सोमकेँ राति १० सँ ११ बजेधरि प्रसारण)
http://www.radiokantipur.com/(हेल्लो मिथिला कार्यक्रम प्रत्येक शनिकेँ
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केन्द्रित चौबटिया कार्यक्रम प्रत्येक सोमकेँ राति १० सँ ११ बजेधरि प्रसारण)