मैथिलीपुत्र ब्लॉग पर अपनेक स्वागत अछि। मैथिलीपुत्र ब्लॉग मैथिली साहित्य आ भाषा लेल समर्पित अछि। अपन कोनो तरहक रचना / सुझाव jagdanandjha@gmail.com पर पठा सकैत छी। कृपया एहि ब्लॉगकेँ subscribe/ फ़ॉलो करब नहि बिसरब, जाहिसँ नव पोस्ट होएबाक जानकारी अपने लोकनिकेँ भेटैत रहत।

शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2012

खुश रहय के लेल अहांके हजार बहाना अछि ,
कलि स दोस्ती अहांके गुल स अहंक याराना अछि ,,

हमर ख़्वाब तू आसमान स उंच भ जो ,
हमरो आय अपन हौसला कनी आजमायक अछि ,,

साकी तू बस पियेने जो वजह नय पूछ पीये के ,
सबहक दर्द अपन अपन सबहक अपन अफसाना अछि ,,

एक चूक भेल की तोहर ऩजइर स उतैर गेलौ ,
ऐना छौ तोहर आएंख की अदब के पेमाना अछि ,,

ख़ामोशी तन्हाई नाकामी रुसवाई ,
'निशांत ' भेटलौ तोरा मोहबत के नजराना अछि ,,,,

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें