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शनिवार, 1 सितंबर 2012

हजल


देखियो ई बबुआन कs केश बुझू मांथ पर की छत्ते बुझू
छथ सिकीया पहलवान मुदा पेट जनु कोनो खत्ते बुझू

अछि आगु मे चुरा दही कs पुजौर अधक्की जकाँ परसने
फूँक मारू तs ऊरता मनुख बुझू चाहे सुखेल पत्ते बुझू

कार्यक बिहून आ बाजब में छथ कने बेसिए होशियार
मजलिस लगेता सौंसे जा' रोपल जेना गोबरछत्ते बुझू

लाज शर्मक शब्दों नै बुझल ग्लानी हिनका ओतs की हेतेन
हर्ष विषाद हिनका लेल की ईहो पुरुख अलबत्ते बुझू

धोती अंगा कहिये छोरलैन जिन्सक पेन्ट चुबैत रहे छै
शहर कs ओ अंखियो नै देखल रहै मुदा कलकत्ते बुझू

बेगारी बैसल 'रूबी' लिखs चाहलक किछ लिखा गेल किछ
जनु कियो लेब अपना पर एहनो नै सबटा सत्ते बुझू

वर्ण -२२

रूबी झा

सोमवार, 27 अगस्त 2012

हजल

 
लाल धोती केश राँगि समधि चुगला बनला ना 
बेटा बेचि आनि बरयाती ई पगला बनला ना 

सभ बिसरि आँखि मुनि ध्यानसँ ताकथि रुपैया 
भीतर कारी बाहर उज्जर बोगला बनला ना 

खेत खड़ीहान बेच बेच पीबथि बभना तारी 
आब लंगोटा खोलि खालि ई तँ हगला बनला ना 

तमाकुल चूनबैत पसारने  दिनभरि  तास
घर आँगनक चिंता नहि ई खगला बनला ना 

जेल छोरि बाहर आबि हाथ जोरि माँगथि भोट
जितैत देरी 'मनु'केँ बिसरि दोगला बनला ना 

(सरल वार्णिक बहर, वर्ण-१८)  

शनिवार, 28 जुलाई 2012

हजल

गदहराज धन्य छी दियS  सदबुद्धि हमरो अहाँ
उपर लदने बोझ नै आँखि देखाबी ककरो अहाँ

धियान मग्न रहि मधुर तान ढेंचू-ढेंचू करै छी
मन्त्र  जनैत छी शास्त्रीय गायन कए सगरो अहाँ

मनुख पबैत सम्मान विशेष नाम अहीँक ल ' क '
बिन आपति बर्दास्त करी नहि करी झगरो अहाँ

स्वर्ग गेलौं लागले छान ई कथा जगजाहिर अछि
करु पैरबी कनी हमर बियाहक  जोगरो अहाँ

गृहस्थक जुआ कान पर 'मनु' खटब आब कोना
दिय ' गदहपन जँ बुझलौं अपन हमरो अहाँ

(सरल वार्णिक बहर, वर्ण-१९)
जगदानन्द झा 'मनु'   

रविवार, 1 अप्रैल 2012

हजल

आगू नाथ नै पिछु पगहा ,
देखियौ कोना कूदै गदहा ,
होर लागल फल-फूल मे ,
के सब सँ बड़का बतहा ,
मुर्ख दिवस मुर्खक नामेँ ,
केरा बनि गेलै यै गदहा ,
बत्तीस मार्च के सम्मेलन ,
मुर्खीस्तान मे हेतै सबहा ,
पाइ कमाइ छै चारि लाख ,
मुदा सब्जी लेलनि दबहा ,
चुन्नू सुतल अपन घर ,
मुदा उठल जा क' भूतहा ,
मोनूआँ चढ़ल साइकिल .
उठेने माँथ पर बोझहा ,
बीस टका मे दर्जन केरा ,
मुन्नू लै छै बीस मे अदहा ,
माँथ उठेने छलै छै गोनू ,
खसलै खद्दा , भेलै पटहा ,
चुन्नू , मुन्नू , गोनू वा "अमित "
कहू के छथि पैघ बतहा . . . । ।
अमित मिश्र