मैथिलीपुत्र ब्लॉग पर अपनेक स्वागत अछि। मैथिलीपुत्र ब्लॉग मैथिली साहित्य आ भाषा लेल समर्पित अछि। अपन कोनो तरहक रचना / सुझाव jagdanandjha@gmail.com पर पठा सकैत छी। कृपया एहि ब्लॉगकेँ subscribe/ फ़ॉलो करब नहि बिसरब, जाहिसँ नव पोस्ट होएबाक जानकारी अपने लोकनिकेँ भेटैत रहत।

रवि भूषण पाठक लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
रवि भूषण पाठक लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

मंगलवार, 24 जनवरी 2012

कवि शमशेर के यादि करैत


डिमेंशिया

ओ देख‍लकइ शेक्‍सपीयर के उज्‍जैन मे जनमैत
आ कालिदास के 'हेमलेट' लिखैत
विद्यापतिक लिखल लैटिन नाटकक मूलप्रति ओकरे पास रहए
ओ देखलकइ गोट तोरीक लाल लाल फूल
ओ कारी गहूमक आटा पिसेलकइ
ओ उज्‍जर बगुलाक सवारी केलकइ
उ केवल कविता लिखलकइ
पता नइ हिंदी ,उर्दू या हरियाणवी मैथिली मे
अली सरदार जाफरी के हिंदी कवि कहबाक साहस ऐ जमाना मे ककरा छैक शमशेर
उ आदमी के आदमी कहलकइ
एक्‍स वा वाई गुणसूत्र नइ
पत्‍नी ,प्रेमिका ,मित्र सँ आगू बांधवीयो कोनो चीज छैक
हमर गवाही रंजना अरगड़े जरूर देतीह
उ अरस्‍तू नइ रहइ
मम्‍मटो नइ
मुदा कहलकइ
कविता इएह ओएह नइ
ईहो कविते थिक
आ स्‍मृतिक नाश डिमेंशिया नइ
समान ओएह रहए
केवल घरे बदलि गेलइ ।
(रवि भूषण पाठक)