हमर अहाँक संग भेल
सवय संसार तंग भेल
रहल शराब निसा नहि
एकर कतेक रंग भेल
परल मचान पर छलौं
अपन चुमान संग भेल
अपन पबैत संग छलौं
सगर कपार चंग भेल
भरल एतेक रंग देख
हमर करेज दंग भेल
(सरल वार्णिक बहर, वर्ण-१२)
जगदानन्द झा 'मनु' : गजल संख्या-१५
सवय संसार तंग भेल
रहल शराब निसा नहि
एकर कतेक रंग भेल
परल मचान पर छलौं
अपन चुमान संग भेल
अपन पबैत संग छलौं
सगर कपार चंग भेल
भरल एतेक रंग देख
हमर करेज दंग भेल
(सरल वार्णिक बहर, वर्ण-१२)
जगदानन्द झा 'मनु' : गजल संख्या-१५
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