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मंगलवार, 10 जनवरी 2012

गीत

चाँद के इ अनुप रूप देखते-2
नैन झुकायल नै जाए .मन रोकल नै जाए
दाग चन्ना(MOON)मे होई छै तैयो .
हमर चाँन त' सच मे बेदाग छै
चमकैत लाल गाल देखते-2 नैन झुकायल नै जाए . . . .

बोली सरगम सुनाबै यै सदिखन .
केश कारी सँ' झहरैत फुहार छै
मद-मस्त भरल यौवन देखते-2
नैन झुकायल नै जाए . . . . .
कोन ठाम सँ' आयल इ परी
आई लुट' लेल दिल के खजाना
"अमित" बहकल इ तिरछी नजैर सँ'
मन रोकल नै जाए नैन झुकायल नै जाए

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