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मंगलवार, 10 जनवरी 2012

माँ केर ममता

माँ केर ममता होई अछि जेना सागर ,
कखनो न ख़ाली होई अछि इ गागर ,

फूसीयो जो कखनो हम रुसी जायेत छि ,
आबी -आबी देखू कोना हमरा मनाबथी,

सदिखन हमर ओ त हिम्मत बढआबथी ,
बाट क सदिखन दूर करतीं अँधियारा ,
माँ लेल बच्चा होई अछि बड़ प्यारा ,

सत्य क मार्ग ओ त सदिखन देखाबथी,
राइत में जखन हमरा नींन नै आबे ,
लोरी बैस क सगरो राइत वो सुनाबथी ,

जखन- जखन भय सां हम घबराबी,
हाथ में आँचल हुनके त हम पाबी ,

माँ त होइत अछि सब गुण केर आगर,
माँ केर ममता होई अछि जेना सागर ,

'' रूबी झा ''

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