मैथिलीपुत्र ब्लॉग पर अपनेक स्वागत अछि। मैथिलीपुत्र ब्लॉग मैथिली साहित्य आ भाषा लेल समर्पित अछि। अपन कोनो तरहक रचना / सुझाव jagdanandjha@gmail.com पर पठा सकैत छी। कृपया एहि ब्लॉगकेँ subscribe/ फ़ॉलो करब नहि बिसरब, जाहिसँ नव पोस्ट होएबाक जानकारी अपने लोकनिकेँ भेटैत रहत।

सोमवार, 28 मई 2012

गजल @ प्रभात राय भट्ट


ई धरती ई  गगन रहतै जहिया धरि 
अप्पन प्रेम अमर रहतै तहिया धरि

कहियो तँ  ई  दुनियाँ  बुझतै प्रेमक मोल
प्रेमक दुश्मन जग रहतै कहिया धरि

बाँझ परतीमे खिलतै नव प्रेमक फूल
प्रेमक फूल सजल रहतै बगिया धरि

कुहू कुहू कुहकतै कोयल चितवनमे
जीवनक उत्कर्ष रहतै सिनेहिया धरि 

प्रीतम "प्रभात" संग नयन लड़ल मोर
भोरसँ  दुपहरिया साँझसँ  रतिया धरि 

..........वर्ण-१६...............
रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें