देखू नेता सभहँक हाल बनल बड्ड बेशर्म अछि
चानन टिका लगा कs ओ बनल बडका-बडका भक्त
नहि पुछू एहि संसार में केने कतेक कुकर्म अछि
जए अछि कर्मयोद्धा धीर बीर, ओ बजैत नहि अछि
चुप्प भs करैत सदिखन अपन-अपन कर्म अछि
भैय्यारी आ सद्भावना इ तँ सबसँ बड़का प्रेम अछि
जे लडाबए एक दोसर सँ ओ नहि कोनो धर्म अछि
हम छी मैथिल, आ नहि कोनो आन हमर धर्म अछि
सपनो में एकरा त्यागि,सबसँ बडका अधर्म अछि
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***जगदानन्द झा 'मनु'
- Anshu Kumar nik lagl apnek e nvin rachna
neta t ehi desh k sbse paigh bimari chhai... - Amit Mishra हम छी मैथिल, आ नहि कोनो आन हमर धर्म अछि
सपनो में एकरा त्यागि,सबसँ बडका अधर्म अछि
sunnarYesterday at 18:53 · · 2 - डॉ॰ शशिधर कुमर ।
भैय्यारी आ सद्भावना, इ तँ सबसँ बड़का प्रेम अछि ।
जे लड़ाबए एक दोसर सँ, ओनहि कोनो धर्म अछि ।।
बहुत नीक गजल ।Yesterday at 20:53 · · 1
।
जवाब देंहटाएंभैय्यारी आ सद्भावना, इ तँ सबसँ बड़का प्रेम अछि ।
जे लड़ाबए एक दोसर सँ, ओनहि कोनो धर्म अछि ।।
बहुत नीक गजल ।