की अहाँ बिना कोनो रूपैया-पैसा लगोने अप्पन वेपार कय लाखो रूपया महीना कमाए चाहै छी ? वेलनेस इंडस्ट्रीज़मे। संपूर्ण भारत व नेपालमे पूर्ण सहयोग। संपर्क करी मो०/ वाट्सएप न० +91 92124 61006

शुक्रवार, 30 मार्च 2012

मैथिलि--काव्य: Natak:"JAGU"---Ank-1, Drishya-1

मैथिलि--काव्य: Natak:"JAGU"---Ank-1, Drishya-1: अंक प्रथम:    दृश्य:प्रथम      समय: राइत (दलानक दृश्य , अषाड़क अन्हरिया राइत, लालटेन जरैत, दलान पर चिंतित मुद्रा मे नारायण टहलैत| नेपथ्य ...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें