की अहाँ बिना कोनो रूपैया-पैसा लगोने अप्पन वेपार कय लाखो रूपया महीना कमाए चाहै छी ? वेलनेस इंडस्ट्रीज़मे। संपूर्ण भारत व नेपालमे पूर्ण सहयोग। संपर्क करी मो०/ वाट्सएप न० +91 92124 61006

मंगलवार, 5 जून 2012

गजल


भ्रष्टाचार केँ ठेका आजुक सरकार लेने 
कारी रुपैयाक करमान धर्माचार लेने 


बोगला भगत छै बैसल घाट-घाट पर 
खून पिबैक लेल तैयार हथियार लेने 


कर्तव्य बिसरल अछि मिडिया समाज में 
नीक बेजाए  छोरि कमाऊ समाचार लेने 


प्रेमक भाषा सिमैट गेल अछि पाई तक 
पाई  अछि एक दोसर सँ सरोकार लेने 


सुनलौं कोयला दलाली में मुँह कारी हैछै 
सगरो मुँह कारी छैक मिथ्या प्रचार लेने 


(वर्ण-१६ )
जगदानन्द झा 'मनु'

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें