मैथिलीपुत्र ब्लॉग पर अपनेक स्वागत अछि। मैथिलीपुत्र ब्लॉग मैथिली साहित्य आ भाषा लेल समर्पित अछि। अपन कोनो तरहक रचना / सुझाव jagdanandjha@gmail.com पर पठा सकैत छी। एहि ब्लॉग के subscribe करब नहि बिसरब, जाहिसँ समस्त आलेख पोस्ट होएबाक जानकारी अपने लोकनि के भेटैत रहत।

सोमवार, 30 जुलाई 2012

बाल गजल

जए दे हमरो िददी केर सासुर गै माँ 
हमहु खेबै माँछ भात आ काकुर गै माँ 

िजजा भए क संग हम खेलब कबड्डी
ब िहन संग मे पकरबै दादुर गै माँ

िददी देलकै चुप्पे िचट्ठी देबै जा िजजा क
भेन्ट करै ल िददी भेल छै आतुर गै माँ

बहला फुसला मना िजजा के ल आनब
ध िघसीया क आनब नै त पाखुर गै माँ

एना नै डान्टै हमहु आब बरका भेलौ
मुह फुला बैसै नै हो िपत्ते माहुर गै माँ

आखर~१५
रुबी झा

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें