जए दे हमरो िददी केर सासुर गै माँ
हमहु खेबै माँछ भात आ काकुर गै माँ
िजजा भए क संग हम खेलब कबड्डी
ब िहन संग मे पकरबै दादुर गै माँ
िददी देलकै चुप्पे िचट्ठी देबै जा िजजा क
भेन्ट करै ल िददी भेल छै आतुर गै माँ
बहला फुसला मना िजजा के ल आनब
ध िघसीया क आनब नै त पाखुर गै माँ
एना नै डान्टै हमहु आब बरका भेलौ
मुह फुला बैसै नै हो िपत्ते माहुर गै माँ
आखर~१५
रुबी झा
हमहु खेबै माँछ भात आ काकुर गै माँ
िजजा भए क संग हम खेलब कबड्डी
ब िहन संग मे पकरबै दादुर गै माँ
िददी देलकै चुप्पे िचट्ठी देबै जा िजजा क
भेन्ट करै ल िददी भेल छै आतुर गै माँ
बहला फुसला मना िजजा के ल आनब
ध िघसीया क आनब नै त पाखुर गै माँ
एना नै डान्टै हमहु आब बरका भेलौ
मुह फुला बैसै नै हो िपत्ते माहुर गै माँ
आखर~१५
रुबी झा
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