मैथिली साहित्य आ भाषा लेल समर्पित
नाथक पजारल नेह धधैक रहल अछि
असगर करेजा हमर तड़ैप रहल अछि
लगने कोन अहाँसँ हम नेह लगेलौं
प्रेमक गरमीसँ देह बरैक रहल अछि
✍🏻 जगदानन्द झा ‘मनु’
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