नव विचारक सचार सजाबैत रहू
पुरान बातक ओहार हटाबैत रहू।
आजुक समयमें बढबा अछि आगू
त परिवर्तनक कहार बजाबैत रहू ।
नहिं झगरु ने रगड़ू, संभरिके चलू
ईर्ष्याद्वेषक गाईंठ सोझराबैत रहू।
पुरान बातक ओहार हटाबैत रहू।
आजुक समयमें बढबा अछि आगू
त परिवर्तनक कहार बजाबैत रहू ।
नहिं झगरु ने रगड़ू, संभरिके चलू
ईर्ष्याद्वेषक गाईंठ सोझराबैत रहू।
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