मैथिलीपुत्र ब्लॉग पर अपनेक स्वागत अछि। मैथिलीपुत्र ब्लॉग मैथिली साहित्य आ भाषा लेल समर्पित अछि। अपन कोनो तरहक रचना / सुझाव jagdanandjha@gmail.com पर पठा सकैत छी। कृपया एहि ब्लॉगकेँ subscribe/ फ़ॉलो करब नहि बिसरब, जाहिसँ नव पोस्ट होएबाक जानकारी अपने लोकनिकेँ भेटैत रहत।

मंगलवार, 28 अगस्त 2012

गजल


रंग देखू भरल अछि सभतरि तँ खूनसँ 
देश गेलै गैल बैमानीक घूनसँ 

साग तरकारी कते भेलै महग यौ 
आब छी पोसैत नेना भात नूनसँ 

नामकेँ लत्ता गरीबक देहपर अछि  
लदल कबिलाहा कते छै गरम ऊनसँ 

छैक भिसकी रम बहै भरपूर सबतरि
एखनो हम गुजर केलौं पान चूनसँ 

मारि गर्मी लेल 'मनु' बेबस कते छी 
ओ तँ अछि पेरीसमे पोसाति जूनसँ     

(बहरे रमल, मात्राक्रम-२१२२)
जगदानन्द झा 'मनु'     > गजल संख्या- ७६ 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें