मंगलवार, 1 जनवरी 2013
बाल गजल
नव वर्षक पहिल दिन नेना सबमे बेसी उत्साह देखलौं तेँ नेनाक लेल एहि रचनाक संग सब गोटाकेँ नव वर्षक मंगलकामना ।
नव शर्ट नव टोपी भेल नव सालमे हमरा लेल
बड माँछ छल छानल तेल नव सालमे हमरा लेल
बस्ता कत्तौ फेकल अपन पोथी कत्तौ राखल अपन
इस्कूलमे छूट्टी भेल नव सालमे हमरा लेल
आ रे अमन आबें पेटला आ सुमन हमरा संग
भरि दिन कत्ते बनतै खेल नव सालमे हमरा लेल
पपिता तँ थुर्री गाछपर छै धातरी बहुते फड़ल
भेटल कत्तौ पाकल बेल नव सालमे हमरा लेल
छोरू अपन झगड़ा आइ नव जागरण करियौ आइ
नव दिवसमे हेतै मेल नव सालमे हमरा लेल
(बहरे-मुन्सरह, मुस्तफइलुन-मफऊलात
2212-2221 दू बेर सब पाँतिमे)
अमित मिश्र, (बाल गजल-79)
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