हँसेति छी जेखन ओ मन पड़य छथि
कानैति छी जेखन ओ मन पड़य छथि
बितलाहा दिन आबि जायक्मअ अछि सोझा
बहुत ओ जेखन मन पड़य छथि
बहुत बेरि कोशिश कएलौं बिसरि जाई हुनका
कोशिश करी कोना ओ मन पड़य छथि
दूर होई के बादो ओ कतेक लग में छथि
जखन तखन हरदम ओ मन पड़य छथि
हुनका सौं कतेक प्रेम अछि से जानी
साँस लेईके संग ओ मन पड़य छथि
सब राति सपना में देखय छी हुनका
कियैक त सबदिन ओ मन पड़य छथि
असगर में कखनो कखनो हँसी आबेति अछि
कुनु कुनु बात हुनकर मन पड़य छथि
हुनका सॅ दूर छी 1200 किलोमीटर लगभग
तहियो लग में छी सदिखन ओ मन पड़य छथि
कानैति छी जेखन ओ मन पड़य छथि
बितलाहा दिन आबि जायक्मअ अछि सोझा
बहुत ओ जेखन मन पड़य छथि
बहुत बेरि कोशिश कएलौं बिसरि जाई हुनका
कोशिश करी कोना ओ मन पड़य छथि
दूर होई के बादो ओ कतेक लग में छथि
जखन तखन हरदम ओ मन पड़य छथि
हुनका सौं कतेक प्रेम अछि से जानी
साँस लेईके संग ओ मन पड़य छथि
सब राति सपना में देखय छी हुनका
कियैक त सबदिन ओ मन पड़य छथि
असगर में कखनो कखनो हँसी आबेति अछि
कुनु कुनु बात हुनकर मन पड़य छथि
हुनका सॅ दूर छी 1200 किलोमीटर लगभग
तहियो लग में छी सदिखन ओ मन पड़य छथि
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