की अहाँ बिना कोनो रूपैया-पैसा लगोने अप्पन वेपार कय लाखो रूपया महीना कमाए चाहै छी ? वेलनेस इंडस्ट्रीज़मे। संपूर्ण भारत व नेपालमे पूर्ण सहयोग। संपर्क करी मो०/ वाट्सएप न० +91 92124 61006

मंगलवार, 24 सितंबर 2013

गीत - सब दिलके पाँछा लागल रहति अछि

दिल अभागल रहति अछि , दिल पागल रहति अछि
किएक सब दिलके पाँछा लागल रहति अछि
दिल दिल होयत अछि , मासूम दिल होयति अछि
तहियो सब दिलके पाँछा लागल रहति अछि
गलती एकर एतबी दिल , दिलसॅ प्यार कएलक

तैं सब दिलके पाँछा लागल रहति अछि
दिलस पूछू दिलके दर्द की होयति अछि
जे सब दिलके पाँछा लागल रहति अछि
मजबूर अछि सब अपना दिलके आँगाँ
तहियो सब दिलके पाँछा लागल रहति अछि
’आशिक’ अहाँ केकर सुनी दिलके की दिमागक
नहिं जानि  सब दिलके पाँछा लागल रहति अछि

आशिक ’राज’

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें