हँसेति छी जेखन ओ मन पड़य छथि
कानैति छी जेखन ओ मन पड़य छथि
बितलाहा दिन आबि जायक्मअ अछि सोझा
बहुत ओ जेखन मन पड़य छथि
कानैति छी जेखन ओ मन पड़य छथि
बितलाहा दिन आबि जायक्मअ अछि सोझा
बहुत ओ जेखन मन पड़य छथि
मैथिली साहित्य आ भाषा लेल समर्पित Maithiliputra- Dedicated to Maithili Literature and Language