मैथिलीपुत्र ब्लॉग पर अपनेक स्वागत अछि। मैथिलीपुत्र ब्लॉग मैथिली साहित्य आ भाषा लेल समर्पित अछि। अपन कोनो तरहक रचना / सुझाव jagdanandjha@gmail.com पर पठा सकैत छी। कृपया एहि ब्लॉगकेँ subscribe/ फ़ॉलो करब नहि बिसरब, जाहिसँ नव पोस्ट होएबाक जानकारी अपने लोकनिकेँ भेटैत रहत।

गुरुवार, 22 नवंबर 2012

गजल



जेना जेना राति बीतल जाइए 
तेना तेना देह धीपल जाइए 

जुल्मी संगे संग रहितो हे सखी 
नहिए हुनकर मोन जीतल जाइए 

योवनमे पुरबा बसातक जोड़ छै 
साबरिया बिनु नै त' जीबल जाइए    

डूबल निनमे सगर दुनिया छै जखन 
बीया प्रेमक एत' छीटल जाइए 

भोरे उठिते प्रेम बोरल 'मनु' छलौं 
लाजे मरि मुह आब तीतल जाइए  

(मात्राक्रम -222-2212-2212) 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें