जुनि हमरा जकरु महामाया, मायक भूमि बजा रहल अछि
जाहि माटिकेँ देह बनल हमर, ओमाटि बजा रहल अछि
रुन-झुन संगी-साथीक हमरा, इआद बहुत सता रहल अछि
काका-ककिक मधुर वोल, कानमे घंटी बजा रहल अछि
जुनि हमरा जकरु महामाया, मायक भूमि बजा रहल अछि
सोंधी-सोंधी मुरहीक खुशबू, गामक हमरा खीच रहल अछि
कनियाँ-काकीक कडकड कचड़ी, मोनकेँ डोला रहल अछि
लहलह झुमैत खेतक धान, शीश हिला कए बजा रहल अछि
चौरचन, छठिक सनेसक स्वाद, हमरा कचोति रहल अछि
हुक्का-लोलिक उक जे फेकल, सुमैर हमरा कना रहल अछि
नहि सहिसकैत छी दुरी एतेक आब, ह्रदय-बांध टूट रहल अछि
जुनि हमरा जकरु महामाया, मायक भूमि बजा रहल अछि
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जगदानन्द झा 'मनु'
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