की अहाँ बिना कोनो रूपैया-पैसा लगोने अप्पन वेपार कय लाखो रूपया महीना कमाए चाहै छी ? वेलनेस इंडस्ट्रीज़मे। संपूर्ण भारत व नेपालमे पूर्ण सहयोग। संपर्क करी मो०/ वाट्सएप न० +91 92124 61006

मंगलवार, 16 जुलाई 2013

मेघ राजा जल्दी आ

बाल कविता-86
मेघ राजा जल्दी आ

मेघक राजा जल्दी आ
बाल्टी भरि भरि पानि ला
सुखलै आम, मौलाएल लताम
मरल जन्तुकेँ आबि जिया
मेघक राजा जल्दी आ


पियासल धरती कानै छै
सूरज सीमा फानै छै
मोर-मोरनीकेँ आब नचा
बेंगक सऽख जल्दी पुरा
मेघ राजा जल्दी आ

देबौ तोरा दूध-भात
तिलकोरक तरूआ भरल पात
झट बिजुरी चमकेने आ
गड़-गड़-गड़-गड़ शोर मचा
सूरजकेँ ठण्ढेने आ
गर्मी दूर भगेने आ
मेघ राजा जल्दी आ

अमित मिश्र

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें