हाइकू
हाइकू मुलत: जापानी काव्य विधा रहितो अपन लोक प्रियता आओर सहजता केर कारण आन आन भाषा होइत आब मैथिलीमे सेहो खूब लिखाएल जा रहल अछि।
हाइकू एकटा वार्णिक छंद रचना छैक, जे कुल तिन पाँतिमे लिखल जाइ छै। एकर वार्णिक संरचना छैक पाँच-सात-पाँच, अर्थात एंकर पहिल आ तेसर पाँतिमें पाँच-पाँच टा आखर (अक्षर) आ दोसर पाँतिमे सातटा आखर होइत छै। हाइकूमे तुकबंदी वा कोनो विशेष छंदक पालन नहि होइत छैक। आ नहि विराम चिन्हक प्रयोग कएल जाइत छैक। हाइकू लिखैक लेल शब्द चयनमे विशेष ध्यान देबाक चाही।
✍🏻 जगदानन्द झा ‘मनु’
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