रहब आब नै दास बनि हम
अपन नीक इतिहास जनि हम जखन ठानलहुँ हम अपनपर
समुद्रो लएलहुँ तँ सनि हम
उठा मांथ जतएसँ तकलहुँ
दएलहुँ तँ नक्षत्र गनि हम
हलाहल दुनीयाँक पीने
चलै छी अपन मोन तनि हम
जमल खून मारलक धधरा
लएलहुँ विजय विश्व ठनि हम
(बहरे मुतकारिब)
मैथिली साहित्य आ भाषा लेल समर्पित Maithiliputra- Dedicated to Maithili Literature and Language
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